उन्नाव, फरवरी 18 -- जिस वाहन में आपके कलेजे का टुकड़ा बैठकर स्कूल जाता है, उस वाहन के अधिकतर चालक अनट्रेंड होते हैं। वाहन मानक के अनुसार फिट नहीं हैं। सबसे ज्यादा मानकों का उल्लंघन छोटे वाहन कर रहे हैं। ई-रिक्शा से बच्चा ढोना तो पूरी तरह अवैध है। सड़कों पर सुबह-सुबह स्कूली बच्चों को लेकर बेलगाम दौड़ते मैजिक, ऑटो व ई-रिक्शा बच्चों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। छात्र-छात्राओं और अभिभावकों ने आपके अपने अखबार 'हिन्दुस्तान से अपनी पीड़ा साझा की। सभी ने एक सुर में कहा कि स्कूल संचालक अभिभावकों से मनमाना भाड़ा वसूलते तो हैं, लेकिन बच्चों की सुरक्षा का ध्यान नहीं रखा जाता है। मजबूरन अन्य वाहनों से स्कूल जाना पड़ता है, लेकिन वे भी नियमों को दरकिनार कर देते हैं। सुबह स्कूल खुलने से लेकर छुट्टी के समय तक सड़कों पर स्कूली वाहनों की संख्या अधिक रहती है। व...