उन्नाव, मार्च 7 -- डिलीवरी मैन! यूं तो एक छोटा सा काम है, लेकिन इसके पीछे की मेहनत का आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते हैं। चाहे सुबह के आठ बजे हों या रात के दो बज रहे हों, डिलीवरी मैन आपका ऑर्डर लेकर दरवाजे के बाहर खड़े नजर आते हैं। फिर चाहे मौसम कितना खराब हो डिलीवरी मैन को ऑर्डर डिलीवर करना ही है। इस काम के पीछे छिपी उनकी परेशानियों को शायद ही किसी ने जाना हो। आपके अपने अखबार 'हिन्दुस्तान से इन्होंने अपनी पीड़ा साझा की। सभी ने एकसुर में कहा कि रात दिन काम कर अपनी जान झोंक रहे हैं। फिर भी समाज में इज्जत और पहचान नहीं मिल रही है। शहर में छह बड़ी कूरियर कंपनी हैं, जिसमें करीब 460 कर्मचारी काम करते हैं। गदनखेड़ा, करोवन में दो नामी कंपनियों के कार्यालय बने हैं। यहां गोदाम से रोजाना कूरियर मैन निकलते हैं। आर्डर के मुताबिक, उन्हें मानदेय दिया जाता है। ...
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