उन्नाव, मई 30 -- सदर तहसील और कांशीराम कॉलोनी से चंद कदम की दूरी पर उम्मीदों का शहर बसा हुआ है। पूरे मोहल्ले में मूलभूत सुविधाओं का अकाल है। सिल्ट से भरी नालियां, टूटी सड़कों के ऊपर से बहता पानी लोगों के लिए नर्क से कम नहीं है। आपके अपने अखबार 'हिन्दुस्तान से लोगों ने अपनी पीड़ा साझा की। सभी ने एकसुर में कहा कि पानी की निकासी मोहल्ले की सबसे बड़ी समस्या है। मोहल्ले के कई रास्ते अब तक कच्चे हैं। जो सड़कें बनी भी हैं, वह टूटी हैं। साफ-सफाई का कोई इंतजाम नहीं है। कचरा फेंकने की कोई व्यवस्था न होने से पूरे मोहल्ले में चारों ओर गंदगी का अंबार है। यहां के लोगों ने मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने की मांग उठाई है। वर्ष 1997 में तत्कालीन जिलाधिकारी अरुण आर्या ने फुटपाथ पर रहने वाले लोगों को आवास देने के उद्देश्य से यहां बस्ती बसाई थी। डीएम ने 342 पट्टे ...
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