उन्नाव, मार्च 6 -- मौका दें अपने खून को किसी और की रगों में बहने का, ये लाजवाब तरीका है कई जिस्मों में जिंदा रहने का...शौर्य सिर्फ सीमा पर तैनात जवानों या खाकीधारियों के हिस्से नहीं आता, यह अर्जित करना उन सभी के सौभाग्य में होता है जो स्वयं से कुछ ऊपर उठकर दूसरों के लिए कुछ करने की नीयत रखते हैं। समाजसेवियों का एक तबका ऐसा भी है, जो अस्पतालों में जिंदगी की जंग लड़ते मरीजों की मदद को हमेशा आतुर रहता है...हम रक्तदानी महादानी कहलाते हैं, लेकिन फिर भी पहचान के मोहताज हैं। हमारा दिल तब भी कचोटता है जब जरूरत होती है और हमें ही रक्त नहीं मिल पाता इसलिए ब्लड बैंकों में हमारे लिए अलग से कुछ तो व्यवस्था हो। समय के साथ शहर में रक्तदानियों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन इन्हें सुविधाएं देने में अनदेखी की जा रही है। जिले में जरूरतमंदों को रक्त उपलब्ध कराने...