इटावा औरैया, फरवरी 17 -- बैंड बजाने के दौरान एक समूह में अमूमन 30 लोग शामिल होते हैं और डीजे में ज्यादा से ज्यादा दो से तीन लोग रहते हैं। इसलिए उसमें कमाई ज्यादा और खर्च कम है। डीजे और ऑर्केस्ट्रा अच्छा है लेकिन व्यवस्थित परिधान में हाथों में बैंड बाजा लिए एक दूल्हे के परिछावन और दुल्हन के दरवाजे पर कतार में जब 10 से 15 लोग खड़े रहते हैं तो उनकी शोभा देखते बनती है। जो डीजे कभी नहीं कर सकता। बैंडबाजा कारोबार से 100 से अधिक लोग जुड़े हैं और इनमें ढाई से तीन हजार लोग काम करते हैं। लॉकडाउन के बाद से स्थिति काफी चिंताजनक है। बैंड बाजे की जगह डीजे ले रहा है। इससे कारोबार काफी प्रभावित हो रहा है। शादी समारोह में घुड़चढ़ी से लेकर मंडप तक धीरे धीरे डीजे कब्जा करता जा रहा है। आज की पीढ़ी इसी पर डांस करना पसंद कर रही है। ये बातें आपके अपने अखबार 'हिन्दुस...