इटावा औरैया, फरवरी 21 -- विकास की रफ्तार बढ़ाने में शहर के राज्य कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। लेकिन बार-बार स्थानांतरण, परिवार से दूर पोस्टिंग, महंगाई भत्ता, ट्रांसपोर्ट और मेडिकल भत्तों का भुगतान समय से न होने से वह परेशान रहते हैं। कर्मचारी भगवानदीन कहते हैं कि कोई दिक्कत अधिकारी को बताते हैं तो वह कहते हैं हम खुद ही समस्या में हैं। ऐसे में हम जाएं तो कहां जाएं। कम से कम महीने में एक दिन तो हमारी बात जरूर सुनी जाए। समाधान दिवस आयोजित किया जाए। विमलेश सिंह बताते हैं कि सरकारी कार्य डिजिटल किए जा रहे हैं लेकिन कार्यस्थल पर डिजिटल सुविधा का अभाव रहता है। सीताराम बताते हैं कि महिला कर्मचारियों और संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात कर्मियों को खुद की और परिवार की सुरक्षा की चिंता रहती है। कई बार हमारे बच्चों को अच्छे स्कूल नहीं मिल पाते। व...
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