इटावा औरैया, फरवरी 27 -- जगह-जगह गंदगी के ढेर, बजबजाती नालियां। बदबू इतनी कि बैठना तक मुश्किल है। नाक पर रुमाल रखकर निकलना पड़ता है। सड़क पर इतने बड़े-बड़े गड्ढे कि पूरा लोडर ही पलट जाता है। ग्राहकों को बेचने के लिए फल ले आओ तो एक ही दिन में बदबू मारने लगते हैं। किसी तरह फल बच गए और न बिके तो रखने के लिए सुरक्षित जगह नहीं। यह दर्द इटावा फल मंडी के कारोबारियों का है। नुकसान इस तरह होता है कि लगता है इस कारोबार से ही पीछा छुड़ा लें। फल व्यापारी हाजी जमील का कहना है कि आलू की तरह फल रखने के लिए कोल्ड स्टोर खुल जाए तो यहां के व्यापारी बर्बादी से बच जाएंगे। हम आलू के घाट कब तक सेब-संतरे उतारेंगे। आपके अपने अखबार 'हिन्दुस्तान से बातचीत के दौरान फल व्यापारी उदयराज ने कहा कि मंडी की सुरक्षा के लिए नौ गार्डों की तैनाती है। आठ सीसीटीवी कैमरे लगे हैं जबक...