जौनपुर, मई 7 -- जिला महिला अस्पताल महिलाओं के इलाज की एकमात्र उम्मीद है। जिले भर के सरकारी अस्पतालों से महिलाओं को यहीं रेफर किया जाता है। सबसे ज्यादा प्रसव भी इसी अस्पताल में कराए जाते हैं। इसके बावजूद यहां सुविधाओं का अकाल है। मरीजों के दबाव के बीच कई बार व्यवस्था कम पड़ने लगती है। तीमारदारों का कहना है कि दिन में गनीमत है, लेकिन रात में व्यवस्था बेपटरी हो जाती है। डॉक्टर बाहर की दवाएं लिखते हैं। भीषण गर्मी में ठंडे पानी की व्यवस्था नहीं है। बोतल बंद पानी खरीदना पड़ता है। महिला अस्पताल परिसर के विश्राम पार्क में 'हिन्दुस्तान से बातचीत में तरवां क्षेत्र के हरौरा ग्राम पंचायत के प्रधान नंदलाल ने असुविधाएं गिनाईं। गांव की एक महिला की अस्पताल में डिलीवरी हुई है। वह परिजनों से मिलने आए हैं। बताया कि अस्पताल परिसर में गेट के सामने पार्क में ब...