आजमगढ़, मार्च 25 -- खत्री टोला मोहल्ले में कभी हिंदी के ख्यातिलब्ध रचनाकार अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध की रिहाइश थी। यहां उनके नाम पर प्राथमिक विद्यालय है। उस विद्यालय के आसपास मुसीबतों की पौध पनप रही है। शहर के बीच बसे घनी आबादी के खत्री टोला में ज्यादातर व्यापारी रहते हैं। विद्यालय की दीवार से सटकर रखे चार-चार ट्रांसफार्मर, पानी के पाइप में लीकेज, उबड़-खाबड़ गलियां और ओवरफ्लो करती नाली नागरिकों की दिनचर्या पर गहरा असर डाल रही है। बंदरों, छुट्टा पशुओं का जमावड़ा डराता है। वे नगर पालिका की नजरें इनायत चाहते हैं। खत्री टोला मोहल्ले में 'हिन्दुस्तान के साथ बातचीत में अनूप गोयल ने बताया कि इस मोहल्ले में कई नामचीन हस्तियों ने जन्म लिया। स्व. बजरंग डालमिया की कोठी से पूरे जिले में कपड़ों की सप्लाई होती थी। बीएचयू के गोल्ड मेडलिस्ट रहे पं. चं...