आगरा, अगस्त 14 -- रक्षाबंधन के त्योहार के अगले दिन जिले के गांव-कस्बों में दौड़ और लंबी कूद जैसी खेलों की परंपराएं हैं। इनमें ग्रामीण उत्साह और उमंग के साथ भाग लेते हैं। यह एक सामुदायिक कार्यक्रम होता है जिसमें बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी भाग लेते हैं। इन प्रतियोगिताओं का उद्देश्य न केवल मनोरंजन प्रदान करना है, बल्कि शारीरिक गतिविधियों को बढ़ावा देना और ग्रामीण क्षेत्रों में खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करना भी है। लेकिन सुविधाओं के अभाव में त्योहार पर खेलों की इस परंपरा पर संकट है। गांव-कस्बों में खेल के मैदान गायब हो चुके हैं। वहां कबड्डी, लंबी कूद और दौड़ के लिए ट्रैक तक नहीं हैं। बोले आगरा संवाद में ग्रामीणों ने कहा कि सुविधाएं मिलें तब ही इन त्योहारी खेलों की परंपरा बनी रहेगी। सरकार इस ओर ध्यान दे। अकोला ब्लाक की ग्राम पंचायत जारूआ कट...