आगरा, फरवरी 14 -- हर दिन। हजारों लोग। लाखों पद्चाप। फिर ठिठकते कदमताल। सुबह की सैर को निकलने वाले लाखों लोगों की यह रोज की कहानी है। दौड़भाग और शोरशराबे की जिंदगी से दूर रोजाना सुबह टहलने और व्यायाम करने हजारों लोग शहर की सड़कों और पार्कों में जाते हैं। एक-दो घंटे मॉर्निंग वॉकर्स के लिए काफी अहम होते हैं। इन दो घंटों में सुबह टहलने वाले लोगों की मुश्किलें भी हैं। निजात पाने के लिए उम्मीदों के साथ प्रशासन से अपेक्षा है कि सुबह टहलने वाले आम आदमी की परेशानी को अधिकारी जल्द समझेंगे। आगरा। ताज नगरी में हर सुबह एक लाख से अधिक लोग फिटनेस के लिए मॉर्निंग वॉक पर निकलते हैं, लेकिन उनकी समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। पार्कों की बदहाल स्थिति, बंदरों और आवारा कुत्तों का आतंक, प्रदूषण, रोशनी की कमी और व्यायाम मशीनों की खराब हालत मॉर्निंग वॉकर्स...