आगरा, मई 29 -- यमुना प्रदूषण से मुक्त हो, गायों का गोशाला में संरक्षण हो, कन्या भ्रूण हत्या पर रोक लगे जैसे सामाजिक मुद्दों को उठाने वाले बटेश्वर के संत हर महीने की एकादशी पर होने वाली परिक्रमा के मार्ग की दुर्दशा से आहत हैं। सिर्फ तीन किमी लंबा यह मार्ग कई समस्याओं से घिरा है। मार्ग की सफाई नहीं होती है। कटीली झाड़ियों से संत चोटिल होते हैं। बीहड़ी रास्ते पर उनकी सुरक्षा भोलेनाथ के भरोसे है। बटेश्वर तीर्थ धाम में बाबा सियाराम दास जी महाराज के नेतृत्व में महीने की हर एकादशी को सप्तम कोषिय पैदल यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। एकादशी को निकलने वाली इस पैदल यात्रा को परिक्रमा नाम दिया गया है। सुबह आठ बजे से सियाराम दास आश्रम से इस परिक्रमा की शुरुआत होती है। मुख्य मंदिर ब्रह्मलाल महादेव होते हुए शौरी पुर होकर राजमाता मंदिर होते हुए वन खंडेश्...