आगरा, अगस्त 22 -- श्रीराम दरबार का रास्ता पत्थरों और मिट्टी ने रोक रखा है। रावण के पुतले को बनाने की जगह नहीं बची है। बांस बल्ली कोने में रखी हैं। क्योंकि रामलीला मैदान जो कि लगभग 400 मीटर लंबा और 100 मीटर चौड़ा है। सब मिट्टी और पत्थरों से भरा है। ऐसे में राम की लीला के मंचन और रावण को बनाने में मुश्किलें आ सकती हैं। आगरा के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में इस बार रामलीला का मंचन अनिश्चितता के घेरे में आ गया है। इस मैदान को रामलीला शुरू होने से ठीक पहले, सिर्फ 15 दिनों के भीतर, मलबे के ढेर से मुक्त कराना एक बड़ी चुनौती बन गई है। अजीबो-गरीब हालात हैं श्रीराम और हनुमान द्वार, दर्शक दीर्घा में उगी बड़ी-बड़ी झाड़ियां, मिट्टी के लगे ढेर, चारों तरफ काली तिरपाल की झुग्गियां-झोपड़ियां, बड़े-बड़े पत्थर मानो जैसे किसी खंडहर का नजारा हो। लेकिन यह खंडहर नह...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.