आगरा, मार्च 18 -- आगरा। लाल शर्ट, बाजू पर बंधा पीतल का बिल्ला और ट्रेन के आते ही सिर पर सामान रखकर प्लेटफार्म पर दौड़ लगाने वाले कुली अब परेशान हैं। कभी रेलवे स्टेशनों की शान माने जाने वाला कुली समुदााय की आर्थिक स्थिति अब गड़बड़ा रही है। रेलवे स्टेशन पर लिफ्ट व एस्केलेटर की सुविधा शुरू होने और पहियों वाले ब्रीफकेस (ट्रॉली बैग) के चलन के कारण कुली अब परेशान हैं। उनको काम मिलना काफी कम हो गया है। 500-700 रुपये प्रतिदिन कमाने वाले कुली वर्तमान में बमुश्किल 100-200 रुपये ही कमा पाते हैं। काम की कमी के कारण कुली काम छोड़ने तक की सोचने लगे हैं। सारी दुनिया का बोझ हम उठाते हैं, लोग आते हैं, लोग जाते हैं, हम यहीं पे खड़े रह जाते हैं। कुलियों का जिक्र होते ही वर्ष 1983 में आई अमिताभ बच्चन अभिनीत फिल्म कुली का यह गाना बरबस ही याद आ जाता है। इस फिल...