अलीगढ़, सितम्बर 16 -- - 9000 से अधिक शिक्षक हैं जनपद में कार्यरत शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) को लेकर दिए गए फैसले से शिक्षकों में भारी रोष है। शिक्षकों के लिए तय की गई टीईटी के नियम की बाध्यता गले की फांस बन गई है। इस नियम की जद में शहर के करीब तीन हजार से अधिक शिक्षक आ रहे हैं। एक और जहां इस नियम के विरोध में पूरा शिक्षक समाज संवैधानिक दायरे में रहकर कानूनी लड़ाई की तैयारी कर रहा है। वहीं स्थानीय स्तर पर भी अधिकारियों के संज्ञान में लाने को प्रदर्शन और ज्ञापन सौंप रहा है....। शिक्षकों की कथा व्यथा... सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सबसे ज्यादा प्रभाव प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाने वाले शिक्षकों पर पड़ेगा, जिन्होंने टीईटी पास नहीं किया। इनको दो साल के भीतर टीईटी पास करना होगा नहीं तो नौकरी चली जाएगी। वहीं, जिनकी नौकरी में पा...