अयोध्या, सितम्बर 10 -- प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र गरीब और मध्यम वर्ग के मरीजों के लिए बड़ी राहत साबित हो रहे हैं, लेकिन अभी भी इन केंद्रों के प्रति जागरूकता की कमी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। इसका उद्देश्य मरीजों को गुणवत्तापूर्ण जेनरिक दवाएं कम कीमत पर उपलब्ध कराना है, जो बाजार की ब्रांडेड दवाओं से 50 से 90 प्रतिशत तक सस्ती होती हैं। इसके बावजूद बड़ी संख्या में मरीज इन केंद्रों से अनभिज्ञ हैं। आंकड़ों के अनुसार, लगभग 60 प्रतिशत मरीज इस योजना के बारे में नहीं जानते और करीब 65 प्रतिशत को अपने नजदीकी जनऔषधि केंद्र की जानकारी तक नहीं है। सबसे बड़ी समस्या चिकित्सकों के सहयोग की कमी है। सरकारी अस्पतालों में करीब 40 प्रतिशत चिकित्सक ही मरीजों को जनऔषधि केंद्र से दवा लेने की सलाह देते हैं, जबकि 60 प्रतिशत चिकित्सक या तो परामर्श नहीं देते या मरीज के ला...