अयोध्या, दिसम्बर 22 -- राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या आस्था, श्रद्धा और पर्यटन के वैश्विक केंद्र के रूप में उभर कर सामने आई है। देश-विदेश से प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु श्रीरामजन्मभूमि, हनुमानगढ़ी, कनक भवन सहित अन्य प्रमुख मंदिरों में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। श्रद्धालुओं की इस बढ़ती भीड़ का सीधा दबाव रामजन्मभूमि परिसर से सटे राजकीय श्रीराम चिकित्सालय पर पड़ रहा है। यहां की ओपीडी में इलाज के लिए आने वाले मरीजों की संख्या में लगभग तीस से पचास प्रतिशत तक की वृद्धि हो चुकी है, लेकिन इसके अनुरूप स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार नहीं हो पाया है। स्थिति यह है कि वर्षों से अस्पताल में न तो स्थायी हृदय रोग विशेषज्ञ की तैनाती है और न ही सर्जन की समुचित व्यवस्था। जबकि दर्शन के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ना, हृदय से जुड़ी समस्या, भीड़ में गिरना, सड़क...