अयोध्या, सितम्बर 11 -- सरकारी स्तर पर छुट्टा मवेशियों को पकड़कर गोशालाओं में संरक्षित करने की कवायद लगातार चलती रहती है। लेकिन आवारा कुत्तों और बंदरों के आतंक से शहर ही नहीं गांवों में भी हर कोई परेशान है। कुत्तों के झुंड और उनके भौंकने से लोगों की रात की नींद हराम हो जाती है। वहीं शहरी क्षेत्र में बंदरों का आतंक इतना अधिक बढ़ गया है कि कोई अपनी छत पर न तो कपड़े फैला सकता है और न ही सामान हाथ में लेकर चल सकता है। अयोध्या में बंदरों के झुंड श्रद्धालुओं के हाथों से प्रसाद और खाद्य सामग्री को झपट्टा मारकर छीन लेते हैं। वहीं घरों में जो लोग क्यारियां बनाकर उसमें फूल पौधे लगाते हैं उसे भी बंदर नहीं छोड़ते हैं। लोग चाहते हैं कि वह अपने घर की खाली छतों पर क्यारी बनाकर उसमें खेती कर सकें लेकिन बंदरों के कारण यह संभव नहीं हो पा रहा है। बहुत से लोग...