अंबेडकर नगर, अगस्त 24 -- मौजूदा समय में धान की रोपाई की जा चुकी है। बेहतर उपज के लिए किसानों को यूरिया खाद की जरूरत है। जिले में संचालित 98 समितियों से सुचारु रूप से खाद उपलब्ध कराए जाने के दावे जिम्मेदारों द्वारा बढ़ चढ़कर किया जा रहा है। यह अलग बात है कि हकीकत इससे परे है। एक एक बोरी खाद के लिए किसानों को बार बार समितियों का चक्कर लगाने को मजबूर होना पड़ रहा है। आलम यह है कि एक हेक्टेअर क्षेत्रफल के लिए एक आधार कार्ड पर मात्र दो बोरी खाद ही उपलब्ध कराई जा रही है। इतना ही नहीं, पहुंच वाले किसानों को आसानी से आवश्यकतानुसार खाद समितियों से उपलब्ध करा दिए जाने की शिकायतें भी सामने आती हैं, लेकिन इसके बाद भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। समितियों पर खाद की कमीं का पूरा लाभ निजी दुकानदार उठा रहे हैं। वे अधिक दाम पर खाद की बिक्री कर रहे हैं, ...
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