अंबेडकर नगर, नवम्बर 4 -- जिले में स्थापित जिला उद्योग केंद्र के जरिए नए उद्यम तो स्थापित हो रहे हैं। लेकिन इसका जितना लाभ मिलना चाहिए था, उतना मिल नहीं पा रहा है। दरअसल योजनाओं का सुचारु रूप से प्रचार प्रसार नहीं किया जाता है। शहरी क्षेत्र में तो फिर भी प्रचार प्रसार होता है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसा नहीं होता है। नतीजा यह है कि ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को योजनाओं का सुचारु रूप से लाभ लेने के लिए इधर उधर की दौड़ लगाने को मजबूर होना पड़ता है। उद्योगों के संचालन के लिए कच्चा माल सस्ते दर पर दिलाए जाने की मांग लंबे समय से की जा रही है, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। पावर कार्पोरेशन उपभोक्ताओं को सुचारु रूप से बिजली उपलब्ध कराने में नाकाम साबित हो रहा है। एक जनपद एक उत्पाद के तहत जिले का चयन कपड़ा उद्योग के लिए किया गया है, लेकिन इ...