अंबेडकर नगर, अक्टूबर 27 -- जिले में मुख्य मार्गों को छोड़ दिया जाए तो तमाम संपर्क मार्ग बदहाली की दौर से गुजर रहे हैं। कहीं सड़क गड्ढों में तब्दील हो चुकी है तो कहीं सड़क के नाम पर बोल्डर गिट्टियां शेष बची हैं। ऐसे मार्गों से होकर आवागमन करना ग्रामीणों के लिए किसी चुनौती से कम साबित नहीं होता है। समस्या तब और बढ़ जाती है जब किसी की तबीयत अचानक खराब हो जाती है। ऐसे में मरीजों को अस्पताल ले जाते समय हिचकोले खाने से उनका दर्द और बढ़ जाता है। दूसरा पहलू यह है कि संपर्क मार्गों की मरम्मत जल्द नहीं कराई जाती है। कई सड़कें ऐसी हैं, जो कई वर्ष से बदहाल पड़ी हैं। जिन सड़कों की मरम्मत कराई भी जाती है, वहां मानक का पूरा ख्याल नहीं रखा जाता है। जिससे सड़क जल्द ही जर्जर हो जाती है। यही हाल नई सिरे से सड़कों के निर्माण का भी है। कई सड़कें तो ऐसी हैं, जिनकी चौड़ाई ...