अंबेडकर नगर, अक्टूबर 6 -- अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाए रखने में ट्रांसपोर्टरों का बड़ा योगदान होता है। हालांकि इन सबके बाद भी ट्रांसपोर्टर विभिन्न प्रकार की मुश्किलों से संघर्ष कर रहे हैं। खस्ताहाल सड़कों के चलते सामानों को विभिन्न स्थानों तक सुरक्षित पहुंचाने की बड़ी चुनौती रहती है। इसके अलावा न सिर्फ वाहनों का टायर जल्दी खराब होता है, बल्कि डीजल की भी खपत अधिक होती है। हालांकि सड़क की बेहतर देखरेख के लिए टोल के रूप में रकम उनसे ले ली जाती है। एनएच पर यात्रियों की सुविधा के लिए एक दर्जन से अधिक यात्री शेड तो स्थापित है, लेकिन उनकी देखरेख की सुध जिम्मेदारों को नहीं है। इसी का नतीजा है कि ज्यादातर शेड बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हैं। बाइपास का निर्माण न होने के चलते नो इंट्री के दौरान दूसरे जिले व प्रांत से सामान लेकर आने वाले वाहन चालकों को शहर से ...