नई दिल्ली, मई 6 -- बढ़ता कॉम्‍पटीशन और एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ ने आजकल बच्चों का स्ट्रेस लेवल काफी बढ़ाकर रख दिया है। नौबत यहां तक आ गई है कि कई बच्चों को तो डॉक्टर्स तक की मदद लेनी पड़ रही है या फिर कुछ तनाव और डिप्रेशन में आकर जान देने से भी पीछे नहीं हट रहे हैं। बता दें, इस समय बच्‍चे अपने 10वीं और 12वीं कक्षा के बोर्ड के रिजल्‍ट का इंतजार कर रहे हैं। बच्‍चा आगे चलकर कौन सी स्‍ट्रीम चुनेगा या किस कॉलेज में एडमिशन लेगा, यह उसके बोर्ड के रिजल्‍ट पर निर्भर करता है। जिसके बारे में सोचकर उसे तनाव होना लाजमी है। बोर्ड परीक्षा के परिणाम बच्चों और पेरेंट्स दोनों के लिए तनावपूर्ण समय होता है। लेकिन इस समय माता-पिता का बच्चों के प्रति सही दृष्टिकोण और सहयोग उन्हें भावनात्मक और मानसिक रूप से मजबूत बनाने में मदद करता है। आइए जानते हैं बोर्ड...