लखनऊ, अक्टूबर 5 -- अवध बोनसाई एसोसिएशन की ओर से सिल्वर जुबिली सेलीब्रेशन द गोल्डन एप्पल में किया जा रहा है। जहां 200 से अधिक विभिन्न प्रकार के बोनसाई पौधे प्रदर्शित किए गए हैं। सभी की अपनी खूबी उपयोगिता है। दो दिवसीय प्रदर्शनी में बोनसाई विशेषज्ञ रविन्द्र दामोदरन, वीर चौधरी, फहल मलिक, सौमिक दास ने बोनसाई पौधों की विशेषता से परिचित कराया। एबीए के मेंटर केके अरोड़ा ने बताया कि बोनसाई आंशिक से उद्यानिकी और रचनात्मक कला है। इसमें दो शब्द हैं बोन का अर्थ है एक उथला बर्तन और साई का अर्थ है एक पौधा। तीन बागवानी तकनीके छंटाई, बर्तन में उगाना, तार लगाना और आकार देना, प्रकृति में पाए जाने वाले पेड़ों के परिपक्व थ्री डी लघु प्रतिकृतियां बनाने के लिए उपयोग की जाती हैं जो अन्दर तक ताजगी से जोड़ती हैं। उन्होंने बताया कि मजबूत पौधे जिनकी पत्तियां छोटी ह...