नई दिल्ली, नवम्बर 10 -- क्रिकेट में कोई-कोई दिन किसी खिलाड़ी के लिए वाकई बहुत खराब होते हैं। आज जिसमें एक्सपर्ट हो, उसमें भी लड़खड़ा जाते हैं। अगर बल्लेबाज हैं तो बल्ला ही जैसे रुठ जाता है। अगर गेंदबाज हैं तो गेंद से जैसे नियंत्रण ही खत्म हो जाता है। ये चीजें खिलाड़ी के आत्मविश्वास को शायद इतना डिगा देती हैं कि फील्डिंग के वक्त भी वह हिला होता है। हलवा से हलवा कैच छूट सकता है। पाकिस्तान के विकेटकीपर बल्लेबाज आजम खान ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के एक ऐसे ही दिन को याद किया है। कैसे वह एक मैच में पहले बैटिंग में फुस्स हुए। उसके बाद विकेटकीपिंग में सुपर फ्लॉप हुए। दर्शकों की गालियां सुननी पड़ी। ताने सुनने पड़े। साथी खिलाड़ियों के गुस्से और खीझ को झेलना पड़ा। कुल मिलाकर दिन इतना खराब रहा कि वह मैच के बीच में ही रोने लगे। आंख से आंसू छलक पड़े।...