गोरखपुर, फरवरी 16 -- गोरखपुर, वरिष्ठ संवाददाता। चिटफंड कंपनी एलयूसीसी ने बैंक की तरह शाहपुर में आफिस खोला। उसे मुख्य शाखा बताकर आसपास के जिलों में धड़ाधड़ शाखाएं खोली गई और एटीएम लगाने वाली संस्था अपने से पंजीकृत दिखाते हुए उसके एटीएम बूथ को अपना बता कर लोगों में विश्वास जमाया। पांच साल में रकम दोगुना करने का झांसा देकर करोड़ों रुपये जमा कराने के बाद भुगतान की बारी आई तो कंपनी के आफिस पर ताला लगाकर जालसाज चंपत हो गए। जालसाजी का शिकार बने एजेंट सामने आए तब एसएसपी ने एसपी क्राइम को जांच सौंपी। अब तक की जांच में पता चला है कि इस कंपनी के जरिए न सिर्फ गोरखपुर बल्कि वाराणसी और बाराबंकी में भी करोड़ों की जालसाजी की गई है। अब पुलिस इस पूरे प्रकरण में केस दर्ज करने की तैयारी में है। अभिकर्ता विद्यानंद यादव ने एसएसपी को दिए प्रार्थनापत्र में बताया...