कानपुर, अक्टूबर 13 -- स्वरूप नगर स्थित भारतीय स्टेट बैंक की शाखा के कर्मचारी की गलती से ग्राहक विकास कुमार के खाते में 3,35,400 रुपये की बजाय 33.54 लाख रुपये चले गए। जब तक बैंक के कर्मचारी ग्राहक के खाते पर रोक लगाती, तब तक उसने खाते से रुपये निकाल कर अपने लोन की रकम जमा कर दी। ग्राहक द्वारा रुपये वापस नहीं करने पर शाखा प्रबंधक पायल वर्मा ने ग्राहक के खिलाफ स्वरूप नगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया। शाखा प्रबंधक पायल वर्मा के अनुसार बीती चार सितंबर को काया ज्वेलर्स द्वारा 3,35,400 रुपये की चेक ग्राहक विकास के नाम से दी गई। इस दौरान लिपकीय गलती के कारण विकास के खाते में 3,35,400 रुपये की बजाय 33.45 लाख रुपये ट्रांसफर हो गए। जिस पर आठ सितंबर को ज्वैलर्स द्वारा इस बात की जानकारी बैंक को दी गई। बैंक ने ग्राहक के खाते की जानकारी ली तो पता चला की उ...