रांची, अप्रैल 10 -- बेड़ो, प्रतिनिधि। जनजातियों की ऐतिहासिक, सामाजिक और सांस्कृतिक परंपरा विशु शिकार को लेकर गुरुवार को 12 पड़हा राजा गांव हरिहरपुर जामटोली के अखरा में महतो, पाहन, पुजार द्वारा पूजा-अर्चना की गई। इसके बाद 12 पड़हा के तत्वावधान में तीन दिनी शिकार पर शिकारियों का दल अपने झंडा और पारंपरिक बाजा-गाजा, नगाड़ों और हरवे हथियार के साथ निकला। इसमें आठ, 10 और 21 पड़हा गांव के ग्रामीण शामिल हुए। शिकारियों का दल घघारी, सरसा, गड़डिपा और लतरातू होते हुए गुरुवार की शाम को डोलाटांड़ में रात में एकत्रित होकर पड़हा द्वारा लगाई गई पंचायत में शामिल होगा। इसके बाद नगाड़ा के साथ हाजिरी लगाकर अपनी-अपनी गांव की समस्याएं रखेंगे, जहां पड़हा से संबंधित विचार-विमर्श किए जाएंगे। मौके पर 12 पड़हा राजा विशाल उरांव, महतो लाखो उरांव, पाहन सोमरा उरांव, पुजार मंगू...