लखनऊ, अगस्त 11 -- यदि किसी व्यक्ति को बेहोशी आ रही है। उलझन महसूस हो रही है। सांस लेने में तकलीफ है। यह दिल और सिर दोनों की गंभीर बीमारी के लक्षण हो सकते हैं। इलाज में देरी घातक हो सकती है। समय पर इलाज से मरीज की जान बचाई जा सकती है। यह जानकारी लोहिया संस्थान में इमरजेंसी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. शिव शंकर त्रिपाठी ने दी। वह सोमवार को लोहिया संस्थान में इमरजेंसी मेडिसिन पर आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। डॉ. शिव शंकर त्रिपाठी ने कहा कि यदि कोई अचानक बेहोश हो गया है। उसकी आवाज लड़खड़ा रही है। एक तरफ का चेहरा टेढ़ा हो गया तो यह स्ट्रोक के लक्षण हैं। इसी प्रकार सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ और धड़कन बढ़ने पर डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। समय पर इलाज से मरीज की जान बचाई जा सकती है। इन लक्षणों को इमरजेंसी में तैनात डॉक्टरों तत्काल ...