सीतापुर, सितम्बर 12 -- सीतापुर, संवाददाता। पहला ब्लॉक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बेहमा पर गुरुवार से गर्भकालीन मधुमेह की जांच शुरू हो गई है। जिसका शुभारंभ चिकित्सा अधिकारी डॉ. सत्यवीर सिंह ने किया। इस मौके पर कुल 61 गर्भवती की ओजीटीटी के माध्यम से जांच की गई, जिनमें कुछ गर्भवती पॉजिटिव भी पाई गई हैं। इस संबंध में जानकारी देते हुए डॉ. सत्यवीर सिंह ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान होने वाले मधुमेह (शुगर) में रक्त में ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है। यह समस्या आमतौर पर गर्भावस्था के 24 से 28 सप्ताह के आसपास होती है। इस दौरान गर्भस्थ शिशु का वजन तेजी से बढ़ने लगता है। ऐसे में प्रसव के दौरान कई तरह की जटिलताएं हो जाती हैं। ऐसे में कई बार जच्चा और बच्चा की जान पर बन आती है। इस समस्या से निपटने के लिए इसकी शीघ्र पहचान और नियमित प्रबंधन आवश्यक है, ज...