नई दिल्ली, फरवरी 28 -- गुजरात के साबरकंठा में रहने वाली पंद्रह साल की किशोरी ने जो साहस दिखाया है, वो ना सिर्फ लड़कियों के लिए बल्कि समाज के लिए भी एक मिसाल है। दसवीं में पढ़ने वाली ये किशोरी पढ़ाई में होशयार है और स्कूल के कार्यक्रमों में भी भाग लेती है। कुछ दिनों पहले उसने स्कूल में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ विषय पर सारगर्भित भाषण दिया। शिक्षकों और छात्रों ने उसे खूब सराहा। एक तरफ वो बेटी बचाने की बात कर रही थी, दूसरी तरफ वो खुद अपने स्कूल के एक पुरुष टीचर की हवस का शिकार हो गई। गणतंत्र दिवस पर भाषण देने के कुछ रोज बाद ही किशोरी का जन्मदिन पड़ता था। टीचर ने उसे बधाई देने के बहाने एक होटल में बुलाया और लड़की से जबरदस्ती की। साथ ही यह धमकी भी दी कि अगर लड़की ने यह बात किसी को बताई तो उसका बुरा हाल होगा, उसे दसवीं की परीक्षा में फेल कर देंगे। लड़की को ...
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