सुल्तानपुर, अप्रैल 1 -- सुलतानपुर, संवाददाता पुराना शैक्षिक सत्र मार्च के आखिरी दिन समाप्त हो गया। 31 मार्च तक विभागों में विभिन्न कार्यों के लिए स्वीकृत धनराशि को खर्च करने का समय निर्धारित किया जाता है। इस अवधि में विभागों को प्राप्त धनराशि खर्च नहीं हो पाने की स्थिति में धनराशि शासन को वापस चली जाती है। बेसिक शिक्षा विभाग तो मार्च महीने में बची हुई रकम को खर्च करने में लगा रहा। विभाग की माने तो कई प्रकार के फर्नीचन, कम्प्यूटर, कुसी, मेज आदि के लिए रकम का आहरण तेजी से किया गया। इसके बाद भी बेसिक शिक्षा विभाग जब 31 मार्च तक 50 करोड़ रुपए नहीं खर्च कर पाया तो शासन ने खुद यह धनराशि वापस ले ली। हालांकि विभाग की ओर से इस धनराशि को खर्च करने के लिए बड़ी प्लानिंग की गई थी। लेकिन सफलता नहीं मिली। बताया जाता है कि विभागीय जिम्मेदार अधिकारी ने इस...