बांका, अगस्त 15 -- बेलहर(बांका), निज प्रतिनिधि। बेलहर में 1942 में अंग्रेजो भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान तीन रणबांकुरे भाई आद्या सिंह, यमना सिंह और गुदर सिंह बेलहर थाना जलाने के दौरान अपने सीने पर फिरंगी सिपाहियों की गोलियां सीने पर खाकर भारत माता को कुर्बानी दी थी। तीनों भाई बेलहर प्रखंड के बनगामा चुहुतिया गांव के निवासी थे। उन शहीदों के तीसरी पीढ़ी के लोग अब गांव में नहीं रहते हैं। उन तीन शहीदों की याद में वर्ष 1970 में बेलहर में उसी कुरबानी वाली जगह पर शहीद स्मारक का निर्माण कराया गया था। लेकिन उस स्मारक को जो सम्मान मिलना चाहिए वो सम्मान आज तक नहीं मिल पाया।लोगों द्वारा धीरे धीरे कुछ तो किया गया। लेकिन प्रशासन, प्रतिनिधि या स्वतंत्रता सेनानियों की नई पीढ़ी द्वारा उन शहीदों की याद के लिए किसी भी प्रकार की उनकी निशानी या धरोहर को जुटाने य...