गंगापार, दिसम्बर 22 -- बेलन नहर में सिंचाई का पानी न छोड़े जाने से मेजा राजबहा सहित इससे संबधित माइनरें सूखी पड़ी हैं। जिससे किसानों के खेतों में उगी गेहूं, सरसों सहित अन्य फसलों को सिंचाई का पानी नहीं मिल सका है। अमोरा गांव के किसान राजू सिंह ने बताया कि मेजा के अधिकांश किसानों की खेती बेलन नहर से मिलने वाले सिंचाई के पानी पर निर्भर है। इस समय जब गेहूं के पौधे तीस से चालिए दिन के हो गए हैं, ऐसे में सिंचाई के पानी जरूरत है। अमिलिया गांव के किसान राजेश कुमार ने बताया कि अमिलिया चोरबना माइनर सहित विभिन्न माइनरों की विभागीय इंजीनियर सफाई करवाने में जुटे हैं, जबकि इस समय सिंचाई का पानी माइनर में पहुंच जाना नितान्त आवश्यक है। किसान गेहूं के पौध की सिंचाई करने के लिए नलकूपों से पाइप बिछाकर एक से दो किलोमीटर तक सिंचाई का पानी ले जा रहे हैं। सिड़खिड़...