जौनपुर, नवम्बर 1 -- जौनपुर, संवाददाता। चक्रवाती तूफान मोंथा के कारण हुई बेमौसम की बारिश ने किसानों की रीढ़ तोड़ कर रख दी है। बारिश से 10 फीसदी धान की फसल को नुकसान पहुंचा है। अगेती धान की उपज 50 हजार एमटी कम हो जाने का अनुमान लगाया गया है। हालत यह है कि खेतों में काटकर छोड़े गए धान के बीज अंकुरित होने लगे हैं। कई किसान ऐसे हैं जिनकी समूची फसल मोंथा की भेट चढ़ चुकी है। जिले के 75 बीमित किसानों ने आनलाइन शिकायत दर्ज कराकर क्षतिपूर्ति की मांग कर दी है। हालांकि जो बीमित किसान नुकसान होने के बाद भी आनलाइन शिकायत नहीं दर्ज कराए हैं उन्हें भी क्राप कटिंग और सर्वे के आधार पर क्षतिपूर्ति दी जाएगी। जिले में एक लाख 53 हजार 647 हेक्टेयर में धान की रोपाई की गई है। इसमें 30 हजार हेक्टेयर के आसपास अगेती धान हैं। अगेती प्रजाति के धान की काफी फसल काट कर क...