गंगापार, मार्च 20 -- गुरुवार भोर से ही उमड़े बादल और गरज के साथ गिरी बूंदे किसानों की बेचैनी बढ़ाने के लिए पर्याप्त है। इस समय आलू की खोदाई समाप्त कर किसान सरसों की बेहतरीन पैदावार देख फूले नहीं समा रहा था। गुरुवार अल सुबह बिजली चमकने और बादलों की गड़गड़ाहट के बाद दिन भर रुक रुक कर हो रही बूंदाबांदी से किसान हलाकान रहे। मड़ाई के लिए सुबह होते ही ट्रैक्टर थ्रेसर की तलाश में निकल पड़े। बीरकाजी गांव के किसान शमलेश कुमार, मोहन लाल, लालता प्रसाद, मुन्नीलाल, अशोक कुमार, विजय कुमार, प्रदीप कुमार आदि ने बताया कि दो दिन और धूप हो जाती तो सरसों की मड़ाई आसान हो जाती लेकिन अब किसी भी तरह मड़ाई कर काम समाप्त करना है। गेहूं तैयार होने में अभी एक सप्ताह लगेगा। इसी तरह से मौसम रहा तो दाने दाने का मोहताज हो जायेगा किसान।

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