लखनऊ, अगस्त 27 -- बेढ़ंगी जीवनशैली से पाइल्स की समस्या बढ़ी है। आयुर्वेद में पाइल्स के इलाज से राहत पाई जा सकती है। डॉक्टर की सलाह पर पूरा इलाज कराने की जरूरत है। झार सूत्र तकनीक से इलाज कारगर है। यह जानकारी बंगलुरू के आयुर्वेद शल्य चिकित्सक डॉ. पी रमेश भट्ट ने दी। वह मंगलवार को टूड़ियागंज स्थित राजकीय आयुर्वेद कॉलेज में शल्य चिकित्सा विभाग की तरफ से आयोजित व्याख्यान को संबोधित कर रहे थे। डॉ. पी रमेश भट्ट ने बताया कि गुदा द्वार की बीमारियां तेजी से बढ़ रही है। इसमें फिशर, पाइल्स, फिस्टुला, भगंदर आदि शामिल हैं। यह बेढंगी जीवनशैली व गड़बड़ खान-पान से हो सकता है। इन बीमारियों में आयुर्वेद की क्षार कर्म, क्षार सूत्र से बहुत अधिक लाभ मरीजों को मिल सकता है। डॉ. ज्ञानचंद ने बताया कि लगभग 9 प्रतिशत मधुमेह रोगियों के पैर में घाव बनता है। जो जल्दी ...