रांची, अप्रैल 2 -- बेड़ो, प्रतिनिधि। बांसुरी सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रमुख वाद्ययंत्र है और इसके बिना किसी भी सांस्कृतिक आयोजन की कल्पना अधूरी मानी जाती है। यह बात झारखंड रत्न, नागपुरी कवि और कलाकार क्षितीश कुमार राय ने बुधवार को बेड़ो प्रखंड के डुमरदोन गांव में आयोजित बांसुरी वादन प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में कही। यह कार्यक्रम पूर्व क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, कोलकाता (भारत सरकार) और झारखंड सरकार के सांस्कृतिक कार्य निदेशालय के तत्वावधान में गुरु-शिष्य परंपरा के तहत आयोजित किया गया। समारोह का उद्घाटन अतिथियों ने दीप जलाकर किया। इसके पूर्व ग्रामीणों ने मांदर की थाप पर पारंपरिक नृत्यगान प्रस्तुत कर अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में वक्ताओं ने बांसुरी वादन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह कला दर्शकों के दिल और दिमा...