वाराणसी, अप्रैल 21 -- वाराणसी, कार्यालय संवाददाता। धरती पर माता-पिता भगवान के ही रूप हैं। यह सभी धर्म में बताया जाता है, लेकिन आज की युवा पीढ़ी इसे भूल रही है। शिवाला घाट के सामने रविवार को गंगा में हैदराबाद निवासी वृद्धा की लाश उतरायी मिली। जिसे बेटा 15 दिन पहले काशी में लावारिस छोड़ गया था। तब से वह घाट पर ही लोगों से मांग कर भरण-पोषण कर रही थी। इसके पूर्व कानपुर की युवती के मां को मणिकर्णिका घाट पर छोड़ गई थी। शिवाला के स्थानीय लोगों का कहना है कि धन और कपड़े नहीं होने पर वृद्धा मांगकर खाने पर मजबूर थी। बीते शनिवार को उसे फटे कपड़ों में देखकर उसके आसपास भीड़ जुट गई थी। छात्राओं के दल के साथ शैक्षणिक भ्रमण पर आए दिल्ली के शिक्षक सत्य विजय सिंह से महिला को साड़ी दिलवाई। छात्राएं जब महिला को साड़ी पहनाने लगीं तो वह उनसे लिपटकर रोने लगीं। ...