नई दिल्ली, सितम्बर 12 -- आज के समय में जिस तरह आए दिन महिलाओं के साथ अत्याचार और भेदभाव की घटनाएँ सामने आ रही हैं, उसे देखते हुए ये जरूरी हो गया है कि बच्चों को छोटी उम्र से ही औरतों की इज्जत करना सिखाया जाए। अगर हम आने वाली पीढ़ी को सही दिशा देना चाहते हैं तो हमें अपने घर से शुरुआत करनी होगी। बच्चा वही सीखता है जो वो अपने घर में और अपने आस-पास देखता है। पेरेंट्स का व्यवहार, उनका नजरिया और उनका सिखाने का तरीका बच्चे की सोच को तय करता है। इसलिए जरूरी है कि पेरेंट्स घर में ऐसा माहौल रखें, जिससे बच्चों को औरतों का सम्मान करने की सीख मिले। आइए जानते हैं कि बच्चे की परवरिश कैसी हो, जो वो आगे जा कर महिलाओं को सम्मान और बराबरी की निगाह से देखें।घर से शुरुआत सबसे अहम है बच्चों की पहली पाठशाला उनका घर होता है। वे अपने पेरेंट्स और परिवार के अन्य सद...