लखनऊ, मई 6 -- बेटी की जान बचाने के लिए माता-पिता एक से दूसरे अस्पताल भटकते रहे। उनकी कहीं सुनवाई नहीं हुई। बेटी ऑक्सीजन सपोर्ट पर है। पिता का आरोप है कि बेटी लोहिया में दो दिन तक भर्ती रही। लेकिन डॉक्टरों ने उसका समुचित इलाज नहीं किया। हालत गंभीर होने पर दूसरे अस्पताल ले जाने की सलाह दी। थकहार कर परिवारीजन बेटी को लेकर बलरामपुर अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां उसका इलाज चल रहा है। फतेहपुर स्थित बेलहरा निवासी माया देवी (15) को करीब एक सप्ताह पहले पेट में दर्द व जलन हुई। पिता संतराम ने बताया कि पहले बेटी को नजदीक के डॉक्टर को दिखाया। इलाज से फायदा नहीं हुआ। उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगी। फिर उसे फतेहपुर के अस्पताल में दिखाया। यहां डॉक्टरों ने जांच पड़ताल के बाद मरीज को बाराबंकी जिला अस्पताल रेफर कर दिया। बाराबंकी जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने मर...