प्रयागराज, अगस्त 13 -- प्रयागराज। एसआरएन अस्पताल के ट्रामा सेंटर में मंगलवार को दोपहर में नसरीन का विलाप लोगों को व्यथित करता रहा। 14 साल की बेटी मंतशा का शव स्ट्रेचर पर पड़ा था और वहीं पर मृतका की मां नसरीन और दादी बिलख रही थीं। हंडिया के सियाडीह की रहने वाली नसरीन की बेटी को तीन दिन पहले बुखार हुआ और प्लेटलेट्स कम होता गया। लोगों की मदद से शहर में इलाज को लेकर आईं, लेकिन निजी अस्पताल में भर्ती कराने के लिए पैसे नहीं थे। दोपहर में बेली अस्पताल पहुंची तो वहां से डॉक्टरों ने एसआरएन रेफर कर दिया। लेकिन ट्रामा सेंटर पहुंचते ही मंतशा की सांसें थम गयी। नसरीन के पास बेटी के शव को घर तक ले जाने के लिए पैसे नहीं थे। नसरीन के पति का निधन हो चुका है। मतंशा की बुजुर्ग दादी ने खीरी के रहने वाले समाजसेवी शहनवाज के माध्यम से एसआरएन की प्रमुख चिकित्सा अ...