भागलपुर, मई 8 -- शाहकुंड प्रखंड के दीनदयालपुर गांव में चल रहे श्रीराम कथा के सप्तम दिवस में साध्वी प्रियंका शास्त्री दीदी ने कहा कि जब भगवान श्रीराम ने जन्म लिया तो अयोध्या में सूरज चंद्रमा सारे देवता आए। यहां तक की भोले बाबा भी वेश बदलकर भगवान के दर्शन करने आए। तत्पश्चात भगवान ने गुरुकुल में जाकर के शिक्षा-दीक्षा संस्कार ग्रहण किया और गुरु के बिना इस भवसागर से तारांतरण हमारा नहीं हो सकता। विश्वामित्र भगवान राम और लक्ष्मण को जनकपुर लेकर के जाते हैं। जनकपुर वन जाकर के धनुष मंजन किया। सीता स्वयंवर हुआ, राजा जनक ने अपनी चारों बेटियों की विदाई के समय की छायाचित्र दीदी जी ने बेटियों की महिमा का दर्शन कराया। उन्होंने कहा कि बेटा-बेटी में कभी कोई फर्क नहीं करना चाहिए, बेटी पराया धन होती है। फोटो -शाहकुंड के दीनदयालपुर में प्रवचन करती साध्वी प्रि...