अजमेर, सितम्बर 30 -- भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के बाद उठे विवादित मुद्दे पर अजमेर की ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह के उत्तराधिकारी सैयद नसरुद्दीन चिश्ती ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने भारतीय टीम के पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष से हाथ न मिलाने और एशिया कप की फीस भारतीय सेना को समर्पित करने के फैसले की सराहना की। सैयद नसरुद्दीन चिश्ती ने कहा, "हम उन लोगों से हाथ नहीं मिला सकते जिनके हाथ बेगुनाह भारतीयों के खून से सने हों।" उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए भारतीयों को याद करते हुए बताया कि भारत का दर्द और शहीदों की कुर्बानी हमेशा हमारे दिलों में रहेगी। चिश्ती ने यह भी कहा कि यह फैसला केवल खेल की जीत नहीं, बल्कि देश की गरिमा और सम्मान का प्रतीक है। उनका यह बयान क्रिकेट और राष्ट्रीय भावनाओं के बीच गहरे तालमेल का उदाहरण बन गया। भ...