कानपुर, दिसम्बर 26 -- कानपुर। मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाले 32 वर्षीय युवक को अचानक तेज सिरदर्द और उल्टी के साथ बेहोशी हुई। परिजन उसे निजी अस्पताल ले गए, जहां हालत बिगड़ने पर जीएसवीएम रेफर किया गया। जांच में पता चला कि युवक का ब्लड प्रेशर लंबे समय से बेकाबू था। दिमाग की नस फटने से स्ट्रोक हुआ और जान बचाने के लिए वेंटिलेटर पर रखना पड़ा। इसी तरह 44 वर्षीय प्राइवेट कर्मचारी के ऑफिस में काम करते समय अचानक हाथ-पैर सुन्न हो गए और बोलने में लड़खड़ाहट आने लगी। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने इसे ब्रेन में खून का थक्का जमने से हुआ स्ट्रोक बताया। मरीज कई महीनों से हाई बीपी से जूझ रहा था, लेकिन दवा नियमित नहीं ले रहा था। कड़ाके की सर्दी में ब्लड प्रेशर को हल्के में लेना युवाओं पर भारी पड़ रहा है। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के न्यूरोलॉजी विभाग के दस द...