गिरडीह, अगस्त 5 -- बेंगाबाद। रेशम की खेती किसानों को रोजगार उपलब्ध करा रही है। रेशम की खेती से प्रति किसान 35 से 40 दिनों मे 25 से 40 हजार रुपए तक की आमदनी कर रहे हैं। बड़ी संख्या में किसान रेशम की खेती से जुड़कर आत्मनिर्भर हो रहे हैं। रोजगार सृजन के क्षेत्र में पुरुष एवं महिला कृषकों के लिए रेशम की खेती या रेशम कीट पालन वरदान साबित हो रहा है। रेशम की खेती कर बहुत ही कम समय में अधिक आमदनी की जा सकती है। परियोजना प्रबंधक पंकज कुमार प्रजापति, सहायक प्रमोद साह और रोहित कुमार रजक ने हिन्दुस्तान से कहा कि जुलाई से ही रेशम कीट पालन यानि की रेशम खेती की शुरुआत हो जाती है। रेशम कीट पालन के लिए बेंगाबाद अग्र परियोजना से किसानों को रेशम कीट के लिए अंडा उपलब्ध कराया जाता है। निर्धारित समय तक अंडा किसान के घरों तक भी पहुंचाया जाता है। किसानों को समय ...