औरंगाबाद, सितम्बर 12 -- शहर के सहजानंद सरस्वती नगर मोहल्ला निवासी विनोद पांडेय का इकलौता पुत्र सिद्धू (16 वर्ष) गुरुवार को जिंदगी की जंग हार गया। बेंगलुरु के अस्पताल से पटना एम्स लाने के क्रम में उसकी मौत हो गई। सिद्धू की असमय मौत से घर का चिराग बुझ गया और परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। परिजनों के अनुसार आर्थिक तंगी के कारण सिद्धू ने मैट्रिक पास करने के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी। घर की खराब माली हालत देखकर वह पिछले वर्ष रोजगार की तलाश में बेंगलुरु चला गया। वहां एक कंपनी में उसे काम मिल गया था। लगभग आठ माह तक उसने नौकरी की और कमाई से परिवार की स्थिति सुधरने लगी। लेकिन इसी बीच एक सितंबर को कंपनी में काम करने के दौरान उसके उपर टाइल्स की पेटी गिर गई, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसका बेंगलुरु में नौ दिनों तक इलाज हुआ। बेहतर इलाज के लिए प...