बोकारो, अक्टूबर 24 -- कसमार प्रखंड के दुर्गापुर (डुंडाडीह) गांव में गुरुवार को सोहराय पर्व के अंतिम दिन बुढ़ी बांदना पूरे उत्साह और पारंपरिक उल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर ग्रामीणों ने ढोल-मांदर की थाप पर नृत्य किया और पशुधन की पूजा-अर्चना की। दिनभर चली पूजा-पद्धति और पारंपरिक रस्मों के बाद शाम को गांव में बरद खूंटा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कृषकों को पुरस्कृत किया गया। आयोजकों की ओर से बरद खूंटा में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले गुप्तेश्वर महतो को 2 किलो वजन का देहाती मुर्गा पुरस्कारस्वरूप दिया गया। द्वितीय पुरस्कार श्यामलाल महतो को डेढ़ किलो मुर्गा, जबकि तृतीय पुरस्कार उदय महतो को सवा किलो मुर्गा के रूप में प्रदान किया गया। इसके अलावा, 10 अन्य किसानों को संतावना पुरस्कार के रूप में 1-1 किलो मु...