लोहरदगा, फरवरी 11 -- लोहरदगा, प्रतिनिधि। लोहरदगा पेशरार प्रखंड के सुदूरवर्ती नक्सल प्रभावित बुलबुल गांव के ग्रामीणों को आज भी सड़क मयस्सर नहीं है। गांव तक कच्ची पगडंडी ही पहुंचती है उसमें भी दो जगह पर कई सालों पहले बने बाक्स पुलिया ध्वस्त हो चुके हैं। इनमें से एक को ग्रामीणों ने किसी के साथ हादसा न हो जाए इसलिए टूटे पुल को झाड़ियों से ढककर छोड़ दिया है। जबकि बुलबुल स्कूल के पहले मौजूद बॉक्स पुलिया में पिछले कई सालों से बड़ा सा होल बन गया है। इन टूटे पुलों में गिर कर लोग घायल भी हो चुके हैं। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन आवागमन के लिए अच्छी सड़क और पुल बना दे तो आवागमन आसान हो जाएगा। मगर अभी तो कोई गाड़ी भी यहां पहुंच नहीं सकती। साइकिल और बाइक किसी प्रकार आते जाते हैं। गौरतलब है कि बुलबुल वही गांव है जिसके आसपास के जंगलों में नक्...