प्रयागराज, फरवरी 23 -- महाकुम्भ का अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि 26 फरवरी, गुरुवार को है। इस दिन देवाधिदेव भगवान शिव का पूजन-अर्चन का श्रद्धालु आशीष प्राप्त करेंगे। महाकुम्भ के अंतिम स्नान पर्व पर करोड़ों श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगाएंगे। शिवालयों में पूजन और जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी। संगम से शहर तक हर-हर महादेव की गूंज रहेगी। महाशविरात्रि पर श्रद्धालु भगवान शिव को गंगाजल, दूध, बेलपत्र, भांग, धतूरा, शहद, गन्ना, बेर आदि अर्पित कर सुख-समृद्धि की कामना करेंगे। मान्यता है कि महादेव का विधिविधान से पूजन-अर्चन करने से सभी मनोकामना पूरी होती है। ग्रहों की शुभता होगी फलदायी उत्थान ज्योतिष संस्थान के निदेशक डॉ़ पंडित दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली के अनुसार, ग्रहीय योग से महाशिवरात्रि पर्व की शुभता अधिक फलदायी होगी। इस दिन ...